SUBHASH CHANDRA BOSE सुभाष चन्द्र बोस https://youtu.be/gzpyRQFf7I0 युटुब पर सुनें 👆 इतिहास वही रचता है , जो तूफानों से लड़ता है । हरा दे जो मौत को भी , वह बोस हर किसी में बसता है । माता के थे लाड़ले , पिता का सपना ले हुए बड़े । करने पूरा उन सपनों को , इंग्लैंड की ओर चल पड़े । नंद ,घोष की सोच जहां समाई थी , गुलामी उन्हें कहा भायी थी । फिर तोड़ के सारे सपनों को, जय हिंद की आवाज लगाई थी । थाम के हाथ स्वराज का , शुरू कर दी नई लड़ाई थी । आजादी के इस युद्ध में , फिर एक नई क्रांति आई थी । छिड़ी एक नई बगावत , कोलकाता की वह धरती थी । आया था साइमन कमीशन पर सामने नेता के , उसकी भी कहा चलती थी । दिखा कर उसको काला झंडा , पूरा बंगाल बदल डाला । नेताजी ने सन सत्ताइस में , एक नया इतिहास लिख डाला । तेईस जनवरी सन् सत्तानबे , फुले ना समाया था । देकर जन्म वीर पुत्र को , उस दिन काल भी हरसाया था । काटने मैया के जंजीरों का जाल , स्वयं चंद्र धरा पर आया था । आजादी के उस युद्ध में , एक नया योद्धा आया था। वक्त था बदल रहा , भारत में नई गर्मी आई थी । हिंद फौज का गठन हुआ , अब होनी नई लड़ाई थी । हॉ...
Comments
Post a Comment